सोमवार, 11 जुलाई 2022

मेरा भी जीवन हीरे सा तराश दीजिए ...💐

साहब हमेशा टूटी हुई चीजों का प्रयोग बड़ी खूबसूरती से करते हैं, जिसे हम प्रकृति में चहुँओर देखा करते हैं। बादल के फटने से पानी बरसता है, मिट्टी के टूटने पर खेत बनते हैं, और बीजों के फूटने पर नए पौधे। इसलिए जब भी हम खुद को टूटा हुआ महसूस करें तो समझ लीजिए साहब हमारा इस्तेमाल भी किसी बड़ी उपयोगिता, किसी बड़े उद्देश्य के लिए करना चाहते हैं।

हे मालिक, हे साहब, जब भी आपका कुछ तोड़ने का मन करे तो मेरा अहंकार तोड़ देना। जब भी आपका कुछ जलाने का मन करे तो मेरा गुस्सा जला देना। जब भी आपका कुछ बुझाने का मन करे तो मेरे अंदर के नफ़रत को बुझा देना। जब भी आपका कुछ मारने का मन करे तो मेरी बेतरतीब इक्छाओं को मार देना।

आपके जीव जगत के मुक्ति के मार्ग में मुझे भी उपयोगी बना लीजिए। मुझमें भी अपने दिव्य स्वरूप और विराट सत्ता का छोटा सा अंश उड़ेल दीजिए। मेरा ये जीवन आपके चरणों में बिछा है, तराशकर हीरे सा चमका दीजिए।

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