रविवार, 10 मार्च 2019

ज्ञान का शोर...💐

बरसों तक चिल्ला चिल्लाकर ज्ञान देते रहे, चीख चीखकर दिमाग में ज्ञान ठुसते रहे, पकड़ पकड़कर प्रवचन सुनाते रहे। अब अपुन को भी सुपीरियर ज्ञान प्राप्त हो गया तो कहते हो चुप हो जाओ, कुछ मत कहो। आप क्यों ज्ञान का हल्ला मचाते हो, आप भी जाओ अपनी कुटिया में, पोटली से ज्ञान निकालो, चूल्हा जलाओ और उसकी रोटी सब्जी बनाकर खाओ।

अब तुम्हारे भभूत को कोई खरीददार नहीं मिलेगा, तुम्हारे यजमान धीरे धीरे कम हो रहे हैं। नासा के टेलिस्कोप से धरती का वर्तमान और भविष्य तय किया जाता है, तुम्हारे भविष्यवाणी और फूँक से कुछ नहीं बदलने वाला।

पता नहीं क्यों बाबा टाइप के महाज्ञानियों से ही पाला पड़ता है। भगवान जाने इनसे कब पीछा छूटे।

साधना काल 💕

सन 2007 की बात है, नवरात्रि चल रही थी। मैने किसी से सुना था की नवरात्रि में साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती है, साधनाएं सफल होती है। मैने सोचा...