आपसे ही दुनिया में सुबह और शाम होती है, आपसे ही कोई राम तो कोई श्याम होता है। उनकी ओर भी देखिए जो नितप्रति आपका नाम ले-लेकर जीते और मरते हैं। आप वो हैं जिनकी आज सबसे ज्यादा जरूरत है। सदियों से दुनिया आपकी वाणियों से प्रेरणा लेती रही है और आज भी दुनिया आपकी ओर अपेक्षा की नजरों से देखती है। जगत में सकारात्मक क्रांति केवल आप ही ला सकते हैं, वर्तमान में आप सा व्यक्तित्व इस जगत में कोई नहीं। आप निराश हुए तो हमारा क्या होगा, हम मार्ग से भटके तो हमें कौन संभालेगा?
बेशक आप उदाश हैं, निराश हैं, दिल टूटा है आपका। लेकिन आपको झकझोरना भी मेरा ही काम है। आइये आपका सर दबा दूँ, आपकी मालिश कर दूँ, आपमें फिर से आस फूँक दूँ। आइए साथ बैठते हैं, चाय की प्याली लेते हैं, समस्याओं पर बात करते हैं, आप और हम मिलकर उन समस्याओं को किक मारते हैं।