सोमवार, 28 अक्तूबर 2019

नशा उतार दिया...💐

भूगोल, अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान में स्नातक हूँ, एचआर और फायनेंस में एमबीए किया हूँ, हिन्दी में स्टेनोग्राफी किया हूँ, तीन तीन बार पीजीडीसीए किया हूँ, हिंदी और अंग्रेजी टायपिंग उत्तीर्ण हूँ, फिटर ट्रेड से आईटीआई किया हूँ, दसवीं और बारहवीं में संस्कृत विषय के साथ पढाई की है, और अब अंग्रेजी भाषा में काम करता हूँ। कई शासकीय, अशासकीय जगहों और निजी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कार्य किया हूँ। सीना फुलाकर एक ही सांस में जिंदगी के सारे जद्दोजहद के दिन गिना दिए।

उन्होंने आग उगलते आंखों से देखा और कहा-
तो क्या?? कौन सा अहसान कर दिए मुझ पर। ये जो घमंडपूर्वक बता रहे हो कि तुमने जीवन में क्या क्या किया, इसका कोई मतलब नहीं। और हो सके तो अक्षर ज्ञान की जगह उस स्तर की ज्ञान कहो जिससे हृदय तृप्त हो जाए, जिससे जगत का भला हो जाए। 

उसने देशी पौव्वा का पूरा नशा उतार दिया...😢😢


साधना काल 💕

सन 2007 की बात है, नवरात्रि चल रही थी। मैने किसी से सुना था की नवरात्रि में साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती है, साधनाएं सफल होती है। मैने सोचा...