रविवार, 18 अगस्त 2019

उनकी राह में जीवन खप जाए...💐

कई चीजें निःशब्द ही दी और ली जाती हैं। आशीर्वाद, कृपा, उपकार जैसे शब्द उनमें से एक हैं, जिन्हें निःशब्द लिया और दिया जाता है। फेसबुक के किसी पोस्ट पर साहब का लाईक या कमेंट उनके निःशब्द आशीर्वाद और कृपा की तरह हैं। जो समय समय पर हमें प्राप्त होते रहा है।

फेसबुक पर उनका लाईक और कमेंट विटामिन की गोलियों की तरह सकारात्मक असर पैदा करती है, जो जीवन को सीधे और प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं। उनके लाइक और कमेंट से प्रेरणा मिलती है, कुछ कदम उनकी ओर और बढ़ाने की ताकत मिलती है। संस्कारों का परिष्करण होता है, जिससे जीवन जाग उठता है, दिनचर्या में ऊर्जा और उत्साह का संचार होता है। उनके छुअन से अस्तित्व महक उठता है। ध्यान उनकी ओर लगे रहता है।

मेरे फेसबुक पोस्ट पर उनका लाईक और कमेंट जीवन भर की जमा पूंजी है। जिन्हें अनेकों बार पढ़ता हूँ, उनके शब्दों को जीवन में गढ़ता हूँ, उन्हें जीने की कोशिश करता हूँ। लाईक और कमेंट रूपी उनकी कृपा, और महाप्रसाद मुझे निरंतर निःशब्द रूप में प्राप्त हो रहा है।

आंसुओं को शब्दों में बयान करने का सामर्थ्य मुझमें नहीं है। लेकिन उनसे कहना चाहता हूं की उनकी प्रतीक्षा में जीवन ढल जाए, उनकी राह में जीवन जर जाए, उनके चरणों में जीवन खप जाए...

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साधना काल 💕

सन 2007 की बात है, नवरात्रि चल रही थी। मैने किसी से सुना था की नवरात्रि में साधक की मनोकामनाएं पूर्ण होती है, साधनाएं सफल होती है। मैने सोचा...