कोई जाना पहचाना चेहरा सफेद कफ़न में लिपटा हुआ लगता है। उसे चंदन का लेप लगाया जा रहा है। उसके लिए फूलों का बिस्तर सजाया जा रहा है। कहीं दूर, जिन्हें अपना कहता हूं उनके रोने, बिलखने की आवाज कानों में पड़ रही है। शायद फिर से कोई विदा होने जा रहा है।
जीवन के असह्य पीड़ा से उसकी मुक्ति की खुशियां मनाऊँ या सदा के लिए उसका साथ छूटने का मातम। कभी कभी जिंदगी और जिंदगी देने वाले बड़े निष्ठुर प्रतीत होते हैं। दोनों को कोसने के अलावा कुछ कर भी तो नहीं सकते।
अलविदा दोस्त, तुम्हारा शुक्रिया जिंदगी में आने के लिए...💐