बुधवार, 19 मई 2021

लोग तो कहेंगे ही ...💐

जब ज्ञान की बात करता हूँ तो कहते हैं- 
"ज्ञान का घमंड हो गया है।"

भक्ति की बात कहता हूं तो कहते हैं-
"भक्ति का ढोंग कर रहे हो।"

जब प्रेम की बात कहता हूँ तो कहते हैं-
"आशिक बने फिरते हो।"

सामाजिक मुद्दों पर कुछ कहता हूँ तो कहते हैं-
"तू अपना घर देख, फालतू का भाषण मत दे।"

राजनीति की बात करता हूँ तो कहते हैं-
"सरकारी नौकर हो, किसी दिन नौकरी चली जाएगी।"

इन सब बातों से भला क्या फर्क पड़ता है। लोग तो कहेंगे ही, कुछ न कुछ कहते ही हैं।






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