शनिवार, 23 जुलाई 2022

साहब की नकल ...💐

चौका आरती में मैंने साहब को एक आसन में लगातार चार घंटे बैठे देखा है। इस दौरान वो कभी ध्यान मुद्रा में नजर आए, कभी उनमुनि भाव से भरे नजर आए तो कभी सुमिरण करते नजर आए।

मैं साहब की नकल करता हूँ। लेकिन ध्यान, सुमिरण और उनमुनि भाव की तो बात ही छोड़िए, बमुश्किल चालीस मिनट से एक घंटा तक ही एक आसन में बैठ पाता हूँ। इतने से ही पैरों, पीठ और पसलियों की हड्डियां रहम की भीख माँगने लगती है। ठीक से नकल भी नहीं हो पाती।



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