रविवार, 10 जुलाई 2022

हर कदम पर साहब का सुमिरण ...💐

विगत कुछ समय से फेसबुक से दूर हूँ और अपना पूरा समय काम, परिवार और सेहत पर केंद्रीत कर रहा हूँ। रोज की दिनचर्या का एक घंटा मार्निंग वॉक या इवनिंग वॉक के लिए निकालता हूँ। ये ऐसा वक्त होता है, जिस समय मैं नितांत अकेला होता हूँ, एकांत में होता हूँ, गार्डन की हरियाली के बीच गहरी प्राणवायु ले रहा होता हूँ। अगर इस प्राणवायु के साथ साहब का नाम साँसों में घुलकर हृदय, फेफड़ों और शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुंच जाए तो मेरी वॉकिंग सार्थक हो जाएगी।

संतों के बताए ज्ञान, मार्गदर्शन के अनुसार मैं अपनी इस एक्टिविटी में साहब को शामिल कर लेना चाहता हूँ। वॉकिंग के हर बढ़ते पग पर साहब के नाम का सुमिरण कर लेना चाहता हूँ। कहते हैं ऐसी छोटी छोटी कोशिशें भी बड़ी फलदायी होती हैं। एक कोशिश मेरी भी ... आज 6682 कदम = 6682 बार साहब के अमृत तुल्य नाम का स्मरण।

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