कहते हैं नाम के निरंतर सुमिरन से बोध प्राप्त होता है। यह भी कहते हैं कि एक बार बोध होने पर इसकी अनुभूति जीवन भर रहता है, भले ही सुमिरन बंद कर दिया जाए।
ऐसे कैसे होगा भला?
जब तक मिठाई खाते रहोगे तब तक ही मुँह मीठा रहेगा, लेकिन खाना बंद करने के कुछ समय बाद मुँह फिर से सिट्ठा हो जाता है।
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