शुक्रवार, 15 जुलाई 2022

मैं साहब के चमत्कारों का साक्षी हूँ ...💐

रावण आकाश मार्ग से वायुयान द्वारा माता सीता को ले जा सकता है, नारद मुनि इस लोक से उस लोक गायब होकर जा सकते हैं, राम और कृष्ण के रूप में स्वयं भगवान इस धरा पर अवतरित होते हैं। हनुमान जी उड़ सकते हैं, पूरे पहाड़ को उठा सकते हैं... 

भारतीय संस्कृति और इतिहास में अनेकों संत, महापुरुष, देवी-देवता, राक्षस हुए जो अद्वितीय रहे, हर किसी की कोई न कोई अपनी कहानी रही। इसके अलावा अन्य सम्प्रदायों/दुनियाभर की मान्यताओं में ऐसे अनेकों पात्र रहें, जिन्हें ईश्वरीय सत्ता के रूप में स्वीकार किया गया, चमत्कारों से जोड़ा गया।

जब वे सामान्य मानव से ऊपर उठकर दैवीय/आध्यात्मिक शक्ति से परिपूर्ण हो सकते हैं तो साहब कबीर भी कमल पुष्प पर अवतरित हुए और लोक प्रस्थान किए तो शरीर नहीं केवल फूल छोड़ गए। इसमें भला क्या आश्चर्य?? इसमें भला क्यों मत भिन्नता??

धर्मनि आमिन और सदगुरु कबीर के उसी महान परंपरा में हम पंथ श्री प्रकाशमुनि नाम साहब और वंश व्यालिश को पाते हैं। वे महापुरुष हैं, इस धरती पर परमात्मा के स्वरूप हैं। बेशक उनके दर्शन बंदगी करने, प्रसाद, चरणामृत और पान परवाना ग्रहण करने से जीवन में चमत्कारिक बदलाव आते हैं। मैं उनके चमत्कारों का साक्षी हूँ।

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