मंगलवार, 1 मार्च 2022

दामाखेड़ा फल्गुन मेला 2022 ...💐

दामाखेड़ा संत समागम आने को है। हर बार की तरह इस बार भी परिवार सहित वहाँ भंडारा खाने जरूर आऊँगा। जब भी दामाखेड़ा जाता हूँ, शरीर और जीवन की अपनी सारी चिंता, सारी समस्याओं को भूल जाता हूँ। वहाँ जाकर हृदय में अद्भुत आंनद और साहब के प्रति दिव्य प्रेम और अनुराग में भीग जाता हूँ।

ऐसे में अगर साहब का दर्शन हो जाए, उनकी बंदगी हो जाए, उनसे पान परवाना मिल जाए तो जीवन तर जाता है, सारे भव बंधन मिट जाते हैं। वहाँ पहुँचने पर सारी इंद्रियों को साहब के नाम का सहारा मिल जाता है, ये इन्द्रियाँ अपने भौतिक रूपों को छोड़कर सहज रुप से साहब में विलीन होने को बेकरार हो जाती है।

जब भंडारे में खाने बैठता हूँ तो अपने आसपास, अगल बगल देश के विभिन्न राज्यों से आये, अलग अलग भाषा, अलग अलग संस्कृति से जुड़े लोग, अलग अलग परम्पराओं से जुड़े आगन्तुक होते हैं। उनके बीच बैठकर गरीबी, अमीरी, रंग, वेशभूषा की सारी भिन्नताऐं समाप्त हो जाती है। मन से अहंकार का सवतः विनाश हो जाता है।

...तो चलें दामाखेड़ा मेला, भंडारा खाने और साहब के साथ सेल्फी लेने।

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