गुरुवार, 20 मई 2021

फटीचर मित्र...💐

काश कोई अपना भी दोस्त होता...! पूरे भारत के साथ धरती, आकाश और पाताल की सैर फ्री में करवाता, आवभगत के लिए पूरा भूलोक पलक बिछाता, पूर्णिमा की चांद तले ताजमहल का दर्शन करवाता, अनमोल वस्तुएँ भेंट में देता, छप्पन भोग बनवाता, राजसी भोजन करवाता, सोने की थाली में खाना परोसता। नदी के तीर बिठाकर सुख दुख की चार बातें कहता। हमारी दोस्ती की चर्चा तीनों लोक में होती।

परंतु इस जीवन में हमको तो ढंग का एक फटीचर मित्र भी नसीब नहीं है। हाय रे किस्मत...😢😢😢

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