बुधवार, 30 अक्तूबर 2019

तर्क कुतर्क...💐

दो लोग मिले नहीं कि शुरू हो जाता है बुराइयों का दौर, तुलना का दौर। मेरा ज्ञान बड़ा, मेरा भगवान बड़ा, मेरी श्रद्धा बड़ी, मेरी भक्ति बड़ी, मेरे सुमिरन में ज्यादा शक्ति, मेरी उपासना पद्धति में ज्यादा ताकत, इस किताब में ऐसा लिखा है, उस किताब में वैसा लिखा है...!!!

कौन भला घण्टों भर ऐसी चर्चाओं में माथा खराब करे? हमें तो पका पकाया भोजन खाने की आदत है, रेडीमेड और ब्रांडेड ज्ञान की आदत है। हम तो शॉर्टकट रास्ता पकड़ते हैं और ऐसी चर्चाओं के बीच अपना बोरिया बिस्तर समेटकर पतली गली से कल्टी मार लेते हैं।

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