बुधवार, 2 अक्तूबर 2019

वो मेरी दशा पर मुस्कराते हैं...💐

वो कहते हैं "जो हो रहा है उसका आनंद लो।" अब उन्हें कैसे बताऊं कि वहां कोई आनंद नहीं है, कोई मजा नहीं है, बल्कि वहां तो आंसू ही आंसू है, तड़प ही तड़प है, सजा ही सजा है।

भगवान कसम वो मेरा एक मिनट के लिए भी पीछा ही नहीं छोड़ते। मेरे साथ खाते हैं, मेरे साथ सोते हैं, मेरे साथ ऑफिस जाते हैं, मेरा काम भी वही करते हैं। रात रातभर मुझे जगाए रहते हैं, बिना बुलाए वो सपने में भी चले आते हैं, यहां तक कि टॉयलेट में भी मुझे अकेला नहीं छोड़ते। बहुत कोशिश करता हूँ कि उनसे पीछा छूट जाए, वो मेरे पीछे न आएं। लेकिन वो तो मेरी परछाई बनकर मुझसे चिपके हुए हैं, कभी अलग ही नहीं होते।

यार कोई ताबीज बताओ, कोई मंतर बताओ, कोई उपाय बताओ, कोई तो तरीका बताओ कि वो मेरे पीछे न आएं। कम से कम सुकून से चार पल सो तो सकूँ, शरीर सूखकर कांटा हो गया है। उन्हें मेरे ऊपर बिल्कुल भी तरस नहीं आता। ऊपर से मेरी दशा पर वो मुस्कुराते हैं, मजा लेते हैं।

💐💐💐

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