बुधवार, 21 सितंबर 2022

वैराग्य ...💐

जब किसी कारण या संसार के नश्वर सत्य का बोध होने से घर परिवार, समाज, विषय विकारों आदि से व्यक्ति का मोह भंग हो जाता तो वैराग्य पैदा होता है। यह एक तरह से विरक्ति है, इस विरक्ति में चाहनाओं से दिल टूट जाता है फिर वह साहब को हृदय की गहराई से पुकारता है। सुमिरन, ध्यान और भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़कर साहब को शरणागत हो जाता है।

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