निर्धारित तिथि अनुसार घर में गुरुजी का आगमन हुआ, साथ में गुरुजी के सहयोगी संतों का भी समागम हुआ। गुरुजी की आरती के बाद मुख्य महिला सदस्य ने अपनी आप बीती बताई और अपने घुटनों के दर्द के निवारण का उपाय पूछा।
गुरुजी ने सिर पकड़ते हुए, ततेरते हुए कहा- "कृपया मुझसे एक लाख ले लो लेकिन मेरे घुटनों के दर्द का उपाय कर दो, मैं खुद भी घुटनों के दर्द से परेशान हूँ।" यह सुनकर मुख्य महिला सदस्य और परिजन सन्न रह गए। उन्होंने गुरुजी से ऐसे उत्तर की अपेक्षा नहीं की थी। वो लोग गुरुजी को जल्दी विदा करने के उपायों पर लग गए...
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