मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018

यादों के पन्ने...💐

वो सांवली सी लड़की जो बचपन में वादा करके गयी थी कि अगली बार गर्मियों की छुट्टियों में अपने शहर से बैट बॉल लेकर गांव आएगी, तब हम लोग खूब क्रिकेट खेलेंगे।

अगली गर्मियों की छुट्टियों में वो नही लौटी। लेकिन प्यार भरा गुलाबी पन्नों में मोगरे के ताजे फूलों की महक लिए हुए उसका पहला लव लेटर मिला। वो सातवीं कक्षा का प्यार था, अल्हड़ सी, नदी की धारा सी, ओस की हल्की फुहार सी, किसी खूबसूरत गीत की तरह...रजनी की तरह।

वो अच्छी लगती थी, सच्ची लगती थी। समय बीतता गया, रिश्ते प्रगाढ़ होते गए। शहर और गांव की दूरियां भी उनके रिश्ते को परवान चढ़ने से रोक नही पाई।

रंगीन कागज में लिखे वो लव लेटर करीब आठ बोरियों में भरे थे। उन पन्नों में छोटी छोटी खुशियां, भावनायें, सपनों की ऊँची उड़ान, और न बिछुड़ने का वादा था।
यादों के कुछ पन्ने...

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